अमृतारिष्ट (Amritarishta in Hindi): लाभ, उपयोग, खुराक और साइड इफेक्ट्स
Amritarishta Benefits in Hindi- अमृतारिष्ट के फायदे
1. प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करे
अमृतारिष्ट(Amritarishta) एक आयुर्वेदिक तरल है जिसमें एंटी-बैक्टीरिया और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो बच्चों और वयस्कों की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं। आप इसे भोजन के बाद दिन में दो बार 10 से 24 मि.ली. ले सकते हैं।
2. सर्दी और खांसी रोके
अमृतारिष्ट(Amritarishta) मौसमी सर्दी और खांसी का इलाज करता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह रोगाणुओं और संक्रमण से लड़कर सामान्य सर्दी और खांसी होने से रोकता है। अच्छे परिणाम पाने के लिए आप इसे दिन में दो बार अपने भोजन के बाद ले सकते हैं।
3. मलेरिया का इलाज करे
मलेरिया की वजह से तेज़ बुखार होता है इसलिए इसके लिए उचित दवा, देखभाल और उचित ध्यान की देने की जरूरत होती है। डॉक्टर मलेरिया को ठीक करने के लिए अमृतारिष्ट लेने की सलाह देते हैं क्योंकि यह एक आयुर्वेदिक उपचार है। यह बुखार के बाद शरीर को विषमुक्त (डीटोक्सीफाई) करने में मदद करता है और यह रक्त की नलियों को विकसित करने में भी मदद करता है।
4. पाचन में सुधार करे
अमृतारिष्ट(Amritarishta) पाचन-क्रिया और आँतों के आंदोलनों को नियंत्रित करता है। यदि आपको कब्ज या अन्य पाचन संबंधी समस्या है तो दिन में दो बार अमृतारिष्ट लेने से आप पेट की सभी समस्याओं को ठीक कर सकते हैं।
Amritarishta Uses in Hindi- अमृतारिष्ट का उपयोग
- खून साफ़ करे
- खून की कमी (एनीमिया) का इलाज करे
- आँतों के आंदोलन को नियंत्रित करे
- मौसमी बुखार का इलाज करे
How To Consume Amritarishta in Hindi- अमृतारिष्ट कैसे लें
- दिन में दो बार भोजन के बाद अमृतारिष्ट ले सकते हैं
- किसी भी वयस्क या बच्चे के लिए एक दिन में 10 मि.ली. से 24 मि.ली. तक की मात्रा काफी है|
- यदि आपका गला खराब है तो आप इसमें शहद मिलाकर भी ले सकते हैं|
अमृतारिष्ट(Amritarishta) 100% प्राकृतिक और आयुर्वेदिक है। इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है लेकिन अमृतारिष्ट को ज्यादा मात्रा में लेने से पेट में जलन हो सकती है। अमृतारिष्ट लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें|
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