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Friday, January 14, 2022

अमृतारिष्ट (Amritarishta in Hindi): लाभ, उपयोग, खुराक और साइड इफेक्ट्स

अमृतारिष्ट (Amritarishta in Hindi): लाभ, उपयोग, खुराक और साइड इफेक्ट्स

अमृतारिष्ट आयुर्वेदिक अरिष्ट है जिसका उपयोग सभी प्रकार की बुखार के इलाज के के लिए किया जाता है। इसमें स्वयं से उत्पन्न अल्कोहल होता है और इसी की  दवा का अवशोषण ठीक से होता है। और दवा भी काफी लम्बे समय तक टिकती है।  दरअसल आरिष्ट और आसव जितने पुराने हों उतना अच्छा होता है। 

अमृतारिष्ट(Amritarishta) तरल रूप में मिलने वाली एक आयुर्वेदिक दवा है। जिसमें गुडुची, दशमूल, गुरु, श्वेत जीरक, पर्पटक, सप्तपर्ण और अन्य कई आयुर्वेदिक तत्व होते हैं। यह पुराने बुखार के इलाज में मदद करता है। यह हल्का एनाल्जेसिक भी है और यह बुखार के बाद शरीर को विषमुक्त (डीटोक्सिफाई) भी करता है| अमृतारिष्ट खून को साफ़ करटा है और हेमेटोजेनिक टॉनिक की तरह उपयोग किया जाता है। यह बच्चों और वयस्कों में प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है और मौसमी खांसी और ठंड से बचाता है। 


Amritarishta Benefits in Hindi- अमृतारिष्ट के फायदे

1. प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करे

अमृतारिष्ट(Amritarishta) एक आयुर्वेदिक तरल है जिसमें एंटी-बैक्टीरिया और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो बच्चों और वयस्कों की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं। आप इसे भोजन के बाद दिन में दो बार 10 से 24 मि.ली. ले सकते हैं।

2. सर्दी और खांसी रोके

अमृतारिष्ट(Amritarishta) मौसमी सर्दी और खांसी का इलाज करता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह रोगाणुओं और संक्रमण से लड़कर सामान्य सर्दी और खांसी होने से रोकता है। अच्छे परिणाम पाने के लिए आप इसे दिन में दो बार अपने भोजन के बाद ले सकते हैं।

3. मलेरिया का इलाज करे

मलेरिया की वजह से तेज़ बुखार होता है इसलिए इसके लिए उचित दवा, देखभाल और उचित ध्यान की देने की जरूरत होती है। डॉक्टर मलेरिया को ठीक करने के लिए अमृतारिष्ट लेने की सलाह देते हैं क्योंकि यह एक आयुर्वेदिक उपचार है। यह बुखार के बाद शरीर को विषमुक्त (डीटोक्सीफाई) करने में मदद करता है और यह रक्त की नलियों को विकसित करने में भी मदद करता है।

4. पाचन में सुधार करे

अमृतारिष्ट(Amritarishta) पाचन-क्रिया और आँतों के आंदोलनों को नियंत्रित करता है। यदि आपको कब्ज या अन्य पाचन संबंधी समस्या है तो दिन में दो बार अमृतारिष्ट लेने से आप पेट की सभी समस्याओं को ठीक कर सकते हैं।

Amritarishta Uses in Hindi- अमृतारिष्ट का उपयोग

  • खून साफ़ करे
  • खून की कमी (एनीमिया) का इलाज करे
  • आँतों के आंदोलन को नियंत्रित करे
  • मौसमी बुखार का इलाज करे

How To Consume Amritarishta in Hindi- अमृतारिष्ट कैसे लें

  • दिन में दो बार भोजन के बाद अमृतारिष्ट ले सकते हैं
  • किसी भी वयस्क या बच्चे के लिए एक दिन में 10 मि.ली. से 24 मि.ली. तक की मात्रा काफी है|
  • यदि आपका गला खराब है तो आप इसमें शहद मिलाकर भी ले सकते हैं|

mritarishta Side-Effects in Hindi- अमृतारिष्ट के साइड इफेक्ट्स

अमृतारिष्ट(Amritarishta) 100% प्राकृतिक और आयुर्वेदिक है। इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है लेकिन अमृतारिष्ट को ज्यादा मात्रा में लेने से पेट में जलन हो सकती है। अमृतारिष्ट लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें|

 ब्रांड जो अमृतारिष्ट का निर्माण करते है  

डाबर 
बैद्यनाथ 
एस आर एम आयुर्वेद 
पतंजलि 

Wednesday, June 23, 2021

सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin)

सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin)

सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin) एक एंटीबायोटिक है जिसका उपयोग डॉक्टर या फार्मासिस्ट के द्वारा किया जाता है। इसको नाक कान के संक्रमण, टॉन्सिल्स, ब्रोंकाइटिस, मूत्रमार्ग में संक्रमण (uti), टाइफाइड, फेंफड़ों में संक्रमण, स्किन इन्फेक्शन, महिलाओं के जननांगो में संक्रमण, सर्जरी के बाद होने वाले संक्रमण के रोकथाम के लिए इसका उपयोग होता है। सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन एक प्रकार का एंटीबैक्टीरियल दवा का मिश्रण है जो की बैक्टीरिया को मारने का कार्य करता है। 

सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin) के सामान्य दुष्प्रभाव 
  • सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin) सामान्य दुष्प्रभाव है जैसे उल्टी, दस्त, अपच, जी मचलाना या  मतली आना। यदि आपको इस दवाई से कुछ एलर्जी रिएक्शन हो जैसे खुजली, चकत्ते, सूजन, साँस  तकलीफ, आदि तो आपको कोई भी समस्या है तो आपको तत्काल अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सहायता लेनी चाहिए।

सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin) कैसे इस्तेमाल करे 
  • सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin) को अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह  के अनुसार लेना चाइये साथ ही इसे एक निश्चित / नियत समय पर लेना चाहिए। सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन को तोड़कर, चबाकर या कुचलकर नहीं खाना चाहिए। इसे पूरा निगल कर खाना चाहिए। इसे खाने के  साथ या खाने के पहले ले सकते है। 
 
सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin)  कैसे काम करता है 
  • सेफेक्सीम + ओफ्लोक्सासिन (Cefexime + Ofloxacin) यह दो प्रकार की दवाइयों का मिश्रण है। सेफेक्सीम (Cefexime ) बैक्टीरिया के सुरक्षा कवच या बारी परत को बनने से रोकता है, जो की मनुष्य शरीर में बैक्टीरिया को जीवित रहने के लिए आवश्यक होता है। ओफ्लोक्सासिन (Ofloxacin)बैक्टीरिया को प्रजनन करने से रोकता है साथ ही इसे अपने आप को ठीक भी करने से रोकता है। 

सावधानी एवं चेतावनियां 
  • अल्कोहल- इस टैबलेट को अल्कोहल के साथ नहीं ले सकते हैं।  
  • प्रेगनेंसी- इस टैबलेट को प्रेगनेंसी के द्वौरान लेना सुरक्षित नहीं है।  कृपया डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह से इसका सेवन करें। 
  • ब्रेस्टफीडिंग- इस टैबलेट को ब्रेस्टफीडिंग के द्वौरान लेना सुरक्षित नहीं है। कृपया डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह से इसका सेवन करें। 
  • ड्राइविंग- इस टैबलेट के इस्तेमाल से आपको चक्कर आना, नींद आना या फोकस में कमी जैसी समस्याएं हो सकती है। ऐसे लक्षण होने पर वाहन न चलाएं।
  • लिवर- लिवर पेशेंट को इस दवा का सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए। अथवा अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। 
  • किडनी- किडनी पेशेंट को इस दवा का सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए। अथवा अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। 
आपका ड्रग एक्सपर्ट 
प्रतीक विश्वकर्मा (रजि. फार्मासिस्ट)
श्रीराम मेडिकोज बस स्टैंड मझौली 

Monday, June 21, 2021

एम्पीसिलीन कैप्सूल के उपयोग काम सावधानियाँ

एम्पीसिलीन  कैप्सूल

एम्पीसिलीन का उपयोग संक्रमणों ऐसे के इलाज के लिए किया जाता है जो बैक्टीरिया के कारण होते हैं जैसे कि मेनिन्जाइटिस (मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को घेरने वाली झिल्लियों का संक्रमण) और गले, साइनस, फेफड़े, प्रजनन अंगों, मूत्र पथ और जठरांत्र संबंधी मार्ग के संक्रमण। एम्पीसिलीन पेनिसिलिन नामक दवाओं का एक सदस्य है। यह बैक्टीरिया को मारने का काम करता है।

एम्पोक्सिन कैप्सूल  के उपयोग
बैक्टीरियल इन्फेक्शन 

एम्पीसिलीन कैप्सूल के दुष्प्रभाव 
अधिकांश साइड इफेक्ट्स के लिए किसी चिकित्सकीय ध्यान की आवश्यकता नहीं होती है और जैसे-जैसे आपका शरीर दवा में समायोजित होता जाता है, वैसे-वैसे गायब हो जाते हैं। अपने चिकित्सक से परामर्श करें यदि वे बने रहते हैं या यदि आप उनके बारे में चिंतित हैं। एम्पोक्सिन के सामान्य दुष्प्रभाव - एलर्जिक रिएक्शन, रश ,पेट दर्द, जी मिचलाना, दस्त।




एम्पीसिलीन कैप्सूल को कैसे इस्तेमाल करें
सामन्यतः इसे अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें। इसे पूरा निगल कर लिया जाता है।  इसे तोडकर, कुचलकर या चबाकर नहीं खाना चाहिए। इसे हम सुबह शाम खाने के साथ या खाने के पहले ले सकते है। साथ ही एक निश्चित समय  में लेना चाहिए। 

एम्पीसिलीन कैप्सूल कैसे काम करता है 
ये एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया के सुरक्षात्मक आवरण के गठन को रोकने का काम करते हैं जो कि बैक्टीरिया को जीवित रहने के लिए आवश्यक होता है। साथ में, वे आपके संक्रमण का प्रभावी ढंग से इलाज करते हैं।

एम्पीसिलीन कैप्सूल से सावधानियां 
  1. अल्कोहल- प्रेगनेंसी के समय एम्पीसिलीन कैप्सूल का इस्तेमाल करना संभवतः सुरक्षित है। पशु अध्ययनों में  विकासशील बच्चे पर कम या कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं दिखाया है; हालांकि, सीमित मानव अध्ययन हैं।
  2. ब्रेस्टफीडिंग- एम्पीसिलीन कैप्सूल को स्तनपान के दौरान इस्तेमाल करना संभवतः सुरक्षित है। सीमित मानव डेटा से पता चलता है कि दवा बच्चे के लिए किसी भी महत्वपूर्ण जोखिम का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।
  3. ड्राइविंग- आमतौर पर एम्पीसिलीन कैप्सूल से आपकी गाड़ी चलाने की क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। 
  4. लिवर- लिवर से जुड़ी बीमारी से पीड़ित मरीज सावधानी के साथ एम्पीसिलीन कैप्सूल का इस्तेमाल करें. एम्पीसिलीन कैप्सूल की खुराक को कम या ज्यादा करना पड़ सकता है। कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
  5. किडनी - किडनी से जुड़ी बीमारी से पीड़ित मरीज सावधानी के साथ एम्पीसिलीन कैप्सूल का इस्तेमाल करें. एम्पीसिलीन कैप्सूल की खुराक को कम या ज्यादा करना पड़ सकता है। कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें। 
धन्यवाद। 
प्रतीक विश्वकर्मा (रजि फार्मासिस्ट 5 वर्षों का अनुभव ) 
श्रीराम मेडिकोज बस स्टैंड मझौली

लिवर – About Liver in Hindi

  आपका लिवर – About Liver in Hindi आप शायद अपने लिवर के बारे में इतना नहीं सोचते हैं। हम में से अधिकांश नहीं हैं। यकृत आप...